शास्त्रों के अनुसार सुंदरकांड पाठ से व्यक्ति के पिछले जन्मों के पाप और वर्तमान जीवन के पाप नष्ट होते हैं, जिससे वह शुद्ध और पवित्र होता है। इसी के साथ सुंदरकांड पाठ मानसिक शांति प्रदान करता है। इसका पाठ करवाने से व्यक्ति के मन से तनाव, चिंता और नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है।