जरूरतमंदों को भोजन करवाना एक अत्यंत पुण्यदायी और मानवीय कार्य है। हिंदू धर्म के अनुसार, भूखे को भोजन कराना सबसे बड़े दानों में से एक माना गया है, जो व्यक्ति के कर्मों को शुद्ध करता है और उसे ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। किसी जरूरतमंद की भूख मिटाकर, व्यक्ति अपने भीतर एक सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करता है, जो मानसिक शांति और संतोष का कारण बनता है।